माँ दुर्गा, महिषासुर और वामपंथी आज हम नवरात्री का पावन पर्व मना रहे हैं, जिस पर्व के अवसर में माँ दुर्गा ने दैत्यराज महिषासुर का संहार कर मानव और देवतों को उसके आतंक से मुक्त किया था | पर इस देश में ऐसे भी लोग हैं जो महिषासुर की पूजा करते हैं और माँ दुर्गा को अपशब्द कहते हैं और ये सब देश के सबसे बड़े शिक्षण संस्थान जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्द्यालय JNU की उपज है | जहाँ के वामपंथी प्रोफेसर छात्र, लेखक, इतिहासकारों ने इसे लेकर एक ऐसा झूठ फैलाया जिसमें उन्होंने माँ दुर्गा को अपशब्द कहते हुए बताया की उन्होंने महिषासुर से विवाह किया कुछ समय उनके साथ सम्बन्ध रखे और नौ दिन बाद धोखे से उसकी हत्या कर दी | इस कहानी को JNU में प्रसारित करने के लिए वहां महिषासुर बलिदान दिवस मनाया जाता है और माँ दुर्गा पर अभद्र टिप्पड़ियां की जाती है | हिन्दू धर्म को गाली दी जाती है और यह सब दलित-वामपंथी छात्र अध्यापक करते हैं | इस झूठ को फैलाकर उन्होंने कुछ जनजातियों को माँ दुर्गा के विरुद्ध कर दिया है उन्हें असुरों के वंशज घोषित कर हिन्दू समुदाय से अलग कर दिया है | इसी प्रकार दक्षिण भारत में भी इन्होने