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2019 के चुनाव पर एक "अघटित" वाद विवाद


महंगाई पर एक व्यक्ति बड़बड़ा रहा था,

"मोदी ने सब महंगा कर दिया, इस बार तो मोदी को हराना है,"

मैं- तो किसे लाना चाहिए ?
व्यक्ति- कोंग्रेस को ,
मैं- कोंग्रेस ने ही तो 33 से 73 तक लाया था, वो कितने में देगी ?
व्यक्ति- जितने में भी दे,
मैं- एक दो चीजे महँगी हैं न बाकि सब तो काम है कोंग्रेस में तो ज्यादातर महँगी थी दाल 150, प्याज 80 तक पहुँच गए थे ?
व्यक्ति - अरे तो क्या हुआ पेट्रोल तो महंगा हैं न रोज की जरुरत है,
मैं - तो एक दो चीजों के लिये सरकार बदल दोगे ?
व्यक्ति - हाँ मिल्कुल, मुझे पसंद ही नहीं ये सरकार मोदी तो बिल्कुल पसंद नहीं
मैं- 2G/CoalG/CWG/जीजा जी चलेगा ?
व्यक्ति- चलेगा अपना क्या जायेगा ?
मैं- तो बढ़ती जनसंख्या और आवश्यकता की पूर्ति के लिये पैसे कहाँ से आएंगे ?
व्यक्ति- अरे अपना विकास होगा तभी देश का विकास होगा |
मैं- तो ये जो सड़के बन रही हैं, स्कुल कोलेज बन रहे हैं इनका ?
व्यक्ति- अरे सब हो जायेगा,
मैं- तो कोंग्रेस के आने से महंगाई कम हो जाएगी ?
व्यक्ति- नहीं होगी तो भी कोंग्रेस को वोट देना है
मैं- तो फर्क क्या है ?
व्यक्ति- मोदी सांप्रदायिक है |
मैं - तुम्हारा क्या बिगाड़ा है ?
व्यक्ति- कुछ नहीं पर सांप्रदायिक है |
मैं - कैसे ?
व्यक्ति- टीवी में सुना है ,
मैं - अच्छा , बस यकीन कर लिया ?
व्यक्ति- अरे वो राहुल गाँधी, सुरजेवाला, ममता, मायावती, केजरीवाल, ओवैसी, NDTV, रविश कुमार सभी कहते हैं, RSS वाला है सांप्रदायिक है दलित मुस्लिम विरोधी है |
मैं - कोंग्रेस क्या देगी ?
व्यक्ति- कुछ नहीं,
मैं - तो कोंग्रेस क्यों,
व्यक्ति- बस जीताना है,
मैं - पर क्यों ?
व्यक्ति - राहुल गाँधी अच्छा नेता है,
मैं - तो वो तुम्हे क्या देगा महंगाई कम कर देगा उनके समय में ही तो बढ़ी थी ?
व्यक्ति- नहीं, पर अच्छा है,
मैं - पर उसुने तो हिन्दुओं आतंकवाद, 26/11 RSS की साजिश, राममंदिर विरोध, कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार, आपातकाल, सिख नरसंहार, देश का बटवारा किया,जातिवाद को बढ़ावा, तुष्टिकरण, घोटाले बहुत से बुरे काम किये , सेनाध्यक्ष, मुख्यन्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट सब को गालियाँ दी अपमानित किया |
व्यक्ति- कुछ नहीं होता फिर भी वोट देना है,
मैं- अरे पर लालू, अखिलेश,मायावती, ममता जैसे भ्रष्टाचारी उनके साथ हैं ?
व्यक्ति- तो क्या हुआ, तुम्हारा थोड़ी ले जा हैं ?
मैं- पर पाकिस्तान, चीन, वेटीकन का पोप भी चाहता है की कोंग्रेस सत्ता में आये,
व्यक्ति-अरे तो अच्छा हैं न सभी चाहते हैं,
मैं- नक्सल आन्दोलन के समर्थक भी उनके साथ हैं,
व्यक्ति- कुछ नहीं होता,
मैं- JNU में देशद्रोही भी उनके साथ हैं,
व्यक्ति- तो क्या हुआ राहुल गाँधी ने थोड़ी लगाये थे,
मैं- अरे वो तो बांग्लादेशी  घुस्बैठियों और रोहिंग्या को भी भारत में घुसना चाहते हैं, जो तुम्हारा हक़ छिनेंगे ?
व्यक्ति- जब होगा तब देखा जायेगा,
मैं - पर कोंग्रेस वन्देमातरम और भारत माता की जय का विरोध करने वालों का साथ देती है,
व्यक्ति- तो क्या हुआ चलता है
मै - कोंग्रेस तो कश्मीर के अलगाववादियों को भी गले लगाती है,
व्यक्ति - तो क्या हुआ ?
मैं- अरे कोंग्रेस तो देश का बटवारा करने और लाखों हिन्दुओं के हत्यारे जिन्ना के समर्थकों के साथ भी खड़ी है ?व्यक्ति - चलेगा, लेकिन मोदी को हटाना है,
मैं- अरे तो कोंग्रेस पुरे देश में समाज को बाँट कर भड़का रही है जातियों, पन्थो और समुदाय के नाम पर,
व्यक्ति - तो भाजपा भी राम कर नाम पर भड़काती है ,
मैं- तो राम तो देश के पूर्वज और हमारे अराध्य हैं न उनके लिए खड़े नहीं होंगे क्या ?
व्यक्ति- अरे मोदी दलित-मुस्लिम विरोधी है , दलितों-मुस्लिमों पर अत्याचार बढ़ गए हैं,
मैं -  तो क्या मोदी ने करवाया है , पहले नहीं होते थे क्या, सामान्य वर्ग और हिन्दुओं पर नहीं होते क्या ?
व्यक्ति- होते थे, पर फिर भी मोदी को हराना है,
मैं - अरे तो मोदी ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है ?
व्यक्ति- बहुत कुछ GST, नोटबंदी लाकर सबका पैसा डूबा दिया ,
मैं - GST तो पिछली सरकार भी लाना चाहती थी बील भी सर्व सम्मति से पास हुआ है, और नोटबंदी तो देश के भले के लिए ही किया न ?
व्यक्ति(गुस्से में)- अबकी बार कोंगेस ही आयेगी, हमारा राहुल गाँधी ही प्रधानमंत्री बनेगा |
मैं - पर राहुल गाँधी को तो राजनीती आती ही नहि कभी मुख्यमंत्री भी नहीं बना अपने दम पर, परिवार के नाम पर नेता बना है, अपने क्षेत्र तक का विकास नहीं कर पाया,
व्यक्ति- फिर भी चलेगा, मोदी सेअच्छा है,
मैं- राहुल गाँधी को तो भारत के इतिहास, धर्म, संस्कृति कुछ का नहीं पता ?
व्यक्ति- सब सिख जायेगा धीरे धीरे,
मैं- तब तक तो देश को डुबो देगा,
व्यक्ति- अरे नहीं दुबायेगा, खानदानी नेता है बाकी नेता उसे सिखायेंगे न,
मैं - तो एक परिपक्व और अनुभावी नेता तो हटाकर एक अनाड़ी को प्रधानमंत्री बनाओगे ?
व्यक्ति - अरे कुछ नही होगा, राजीव, सोनिया ने भी तो संभाला था ,
मैं- भाई मैं तो ऐसा नहीं कर सकता, जो इस शासन में हैं, पिछली सरकारों से तो थी ही है, एक दो मुद्दों पर वापस उन्हें थोड़ी सत्ता दे देंगे जिनकी वजह से देश की सारी समस्याएं पैदा हुई हैं, थोड़ी बहुत समस्याएं तो रहेंगी ही पूरी तरह से अच्छी सरकार कोई भी नहीं दे सकता |

व्यक्ति (गुस्से में) - अरे छोडो यार, तुम बहुत मोदी का पक्ष ले रहे हो, भाजपाई-संघी - IT सेल वाले लगते हो, बेकार के कुतर्क कर रहे हो, चलो जाओ अबकी बार तो कोंग्रेस ही आएगी और राहुल गाँधी बनेगा देश का प्रधानमंत्री |
मैं - अरे मोदी का हर समर्थक भाजपाई ही होगा क्या आम जनता नहीं हो सकती क्या ?
व्यक्ति - अरे तुम भाजपा के हो भक्त हो मोदी के इसलिए इतना मोदी की तरफदरी कर रहे हो नहीं तो पता चलता कितना मुश्किल हो रही है ?
मैं - भाई इन समस्याओं से मुझे भी तकलीफ है पर मेरे लिए देशहित, देशभक्ति धर्म और अपने लोगों की अधिक चिंता है हम रहेंगे तो समस्याओं से निपट लेंगे |
व्यक्ति - अरे मेरे हिसाब से हम सुखी रहेंगे तो देश अपने आप सुखी हो जायेगा पर तुम लोग नहीं समझोगे, तुम लोग भाजपाई हो कोंग्रेस के विरोधी हो, अहुल गाँधी से नफरत करते हो इसलिए उसे प्रधानमंत्री बनते  नहीं देखना चाहते तुमसे बात करने का कोई फायदा नहीं जाओ अब मेरा दिमाग मत ख़राब करो |


ऐसा बोल कर वो मुझपर खींजते हुए चला गया |

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